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अलीगढ़ : आरटीओ दफ्तर से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आ रहा है। टैक्स जमा न होने के चलते 2015 में सीज किया गया ट्रक लोधा थाने से गायब हो गया है। इसकी जानकारी तब हुई, जब पीड़ित ने अपने वाहन को रिलीज कराने के लिए सीजेएम न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया। जवाब में पुलिस ने लोधा थाना परिसर में उक्त ट्रक की मौजूदगी नहीं होना बताया। यह जानकारी लेकर पीड़ित करतार सिंह आरटीओ दफ्तर पहुंचे तो एआरटीओ ने कहा कि 30 सितंबर 2012 से लेकर 2015 में ट्रक को सीज करने वाली तिथि तक टैक्स जमा कराओ। तभी रिलीजिंग आर्डर जारी करेंगे। गाड़ी पुलिस के पास जमा है, उसे लौटाना उन्हीं की जिम्मेदारी है।
पीड़ित करतार सिंह ने एआरटीओ प्रशासन रंजीत सिंह को बताया कि एक ट्रक उसके भतीजे राहुल के नाम से खरीदा था। इसके बाद जानकारी मिली कि पुराने मालिक ने टैक्स जमा नहीं किया है। टैक्स जमा न होने के चलते एक मार्च 2015 में गाड़ी को लोधा थाने में सीज कर दिया गया। प्रार्थी के विरुद्ध टैक्स जमा न करने के कारण रिकवरी प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया गया। जो तहसीलदार कोल के पास विचाराधीन है। जब ट्रक को रिलीज करने के संबंध में प्रार्थना पत्र दिया गया तो पुलिस ने अजीबो गरीब आख्या लगा दी है।
उन्होंने बताया कि 16 अगस्त 2021 में लोधा थाने के हेड मोहर्रर ने लिख कर दिया है कि उक्त ट्रक थाना परिसर में नहीं है। इस संबंध में पूर्व के हेड मोहर्रर से जानकारी की जा रही है। उक्त ट्रक पूर्व एचएम ने चार्ज में नहीं दिया है। न ही थाना परिसर में खड़ा है। करतार सिंह की आपबीती सुनकर एआरटीओ ने कहा कि 30 सितंबर 2012 से लेकर एक मार्च 2015 तक का टैक्स जमा कराओ। तभी रिलीजिंग आर्डर जारी किया जाएगा। वाहन थाने में जमा कराया था, इसीलिए वाहन देना पुलिस की ही जिम्मेदारी है।