शहाना | फाइल फ़ोटो |
डेस्क समाचार दर्पण लाइव
रेलवे जंक्शन पर शुक्रवार तड़के दर्दनाक हादसे में महिला, उसके 18 माह के बेटे और पांच साल के भांजे की मौत हो गई। रेलवे ट्रैक पार करते समय तीनों नॉन स्टॉप विक्रमशिला एक्सप्रेस की चपेट में आ गए थे। ये सभी परिवार के अन्य लोगों के साथ नई दिल्ली जा रहे थे। हादसे के बाद स्टेशन पर अफरातफरी मच गई थी। आरपीएफ और जीआरपी ने परिवार की सहमति पर महिला व भांजे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जबकि 18 माह के बच्चे का शव परिवार को सौंप दिया।
शुभान | फाइल फोटो |
वाकया सुबह 4:50 बजे का है। रोरावर थाना क्षेत्र के मामूद नगर की शहाना परवीन (28) अपने 18 माह के बेटे अल्फेस को लेकर रेलवे जंक्शन के सिटी साइड पर पहुंची। साथ में शहाना की बहन रुखसाना उसका बेटा अदनान और बेटी हुदा, दूसरी बहन यास्मीन उसके बेटे सुबहान, अयान और बेटी शिदरा और भाई शाहिद भी थे। तीनों बहनें अपने बच्चों और भाई शाहिद के साथ नई दिल्ली के अलीपुर में रहने वाली बीमार बहन आसमां को देखने जा रही थीं। इन सभी को ईएमयू ट्रेन का टिकट लेने के लिए प्लेटफार्म पांच से दो पर आना था।
अल्फेस | फाइल फोटो |
फुटओवर ब्रिज से जाने की बजाय सभी ट्रैक पार करने लगे। प्लेटफार्म चार पर चढ़ ही रहे थे तभी दिल्ली से कानपुर जाने वाली नॉन स्टाप विक्रमशिला एक्सप्रेस (02367) करीब 100 किमी की रफ्तार से आ गई। हड़बड़ाहट में बेटे अल्फेस को गोद में लिए शहाना ट्रैक पर और सुबहान प्लेटफार्म के किनारे रह गया, जिससे तीनों ट्रेन की चपेट में आ गए। अल्फेस व शहाना की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सुबहान (05) गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही सुबहान की मौत हो गई। जीआरपी थाना प्रभारी अब्दुल मुईज खां ने बताया कि दुर्घटना के बाद दो शव पोस्टमार्टम कराकर परिवार वालों को सौंप दिए हैं। बच्चे का शव बिना पोस्टमार्टम के दिया गया है।