अलीगढ़ | वेतन व पीएफ न मिलने से नाराज दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी ने किया आत्‍मदाह का प्रयास

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अलीगढ़ :  41 वर्षों से साथा चीनी मिल में दैनिक वेतन भोगी के रूप में काम कर रहे संतोष गिरी को वेतन व पीएफ का पैसा न मिलने से 15 अगस्त को साथा शुगर मिल के गेट पर आत्मदाह का प्रयास किया। गनीमत रही कि शुगर मिल के जीएम रमाशंकर व उनके निजी सचिव ने मौके पर उन्हें बचा लिया।

41 वर्षों से दैनिक वेतनभोगी के रूप में कार्यरत है

संतोष गिरी सन 1980 में साथा चीनी मिल पर 7 रुपया मानदेय पर दैनिक वेतन भोगी के रूप में सहायक के पद पर भर्ती हुए थे। सन 2000 में उनको वॉचमैन के पद पर प्रोन्नत कर उनका वेतन 200 रुपया मासिक कर दिया गया। तभी से वह इसी वेतन पर कार्य कर रहे हैं। 2005 में मिल की तरफ से उनका पीएफ कटना शुरू हो गया जो दिसंबर 2018 में बंद कर दिया गया।लेकिन उन्हें पीएफ का कोई पैसा नहीं दिया गया। संतोष गिरी का कहना है कि सन 2015 में शासनादेश संख्या 145 दिनांक 18 फरवरी 2015 को 10 वर्षों से अधिक समय से नौकरी कर रहे कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन के भुगतान का आदेश हुआ था, लेकिन यह लाभ मिल प्रबंधन के तानाशाह रवैया के कारण उन्हें नहीं दिया गया। जबकि दूसरे मिलों में काम कर रहे कनिष्ठ अन्य कर्मचारियों को यह लाभ मिला। दिसंबर 2018 से 2021 तक 29 माह में से अब तक उन्हें केवल 7 माह का ही वेतन मिला है व दो वर्ष का बोनस भी नहीं मिला है। ऐसी स्थिति में वह एवं उनका परिवार भुखमरी के कगार से गुजर रहा है। कुछ दिन पूर्व ही उन्होंने अपनी बेटी की शादी की थी जिसमें वे कर्जदार भी हो गए हैं, लेकिन साथा शुगर मिल प्रबंधन उनकी एक नहीं सुन रहा।

शासन स्‍तर तक लगा चुके थे गुहार

इस संबंध में उन्होंने किसान सहकारी चीनी मिल साथा के प्रधान प्रबंधक, प्रबंध निदेशक, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश व जिला अधिकारी अलीगढ़ से भी गुहार लगा चुके हैं एवं चेतावनी भी दी थी कि अगर उनका बाकी भुगतान नहीं किया गया व शासनादेश के तहत उन्हें सुविधा नहीं दी गई तो वह 15 अगस्त को आत्मदाह कर लेंगे। अपने द्वारा दिए गए निश्चित समय के अनुरूप वह साथा शुगर मिल के जीएम रमाशंकर से मिले एवं अपना भुगतान कराने की बात कही। जब प्रबंधन इसका कोई सही जवाब नहीं दे सका तो उन्होंने अपने ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। जिसे मिल प्रबंधक रमाशंकर के साथ अन्य कर्मचारियों ने रोक लिया एवं आश्वासन दिया कि एक माह के अंदर उनका भुगतान कर दिया जाएगा। जब इस विषय में चीनी मिल के महाप्रबंधक रमाशंकर जी से बात की गई तो उन्होंने बताया की संतोष गिरी का पीएफ का आधा पैसा दे दिया गया है। बाकी भुगतान भी पैसा आने पर शीघ्र कर दिया जाएगा।

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