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अलीगढ़ : लोधा के गांव मुकटपुर में ग्रामीणों के पुरोहित माने जाने वाले लेखराज, रोशन लाल व दुर्गपाल द्वारा करीब 38 वर्ष पूर्व गांव में ही एक मंदिर बनवाया गया था। तीनों भाइयों में केवल लेखराज शर्मा ही शादी शुदा थे, जिनके पास दो बेटी थीं एक बेटी की मौत हो गयी थी तथा दूसरी बेटी की दिल्ली में शादी कर दी गयी थी।
ग्रामीणों ने पहचान बनाए रखा
तीनों ही पुरोहितों की मौत के बाद ग्रामीणों ने पुरोहितों की पहचान मंदिर के रुप में बनाये रखी। गांव के ही कल्यान सिंह अपना मकान बनवा रहे हैं। मंदिर की दीवार के ऊपर मकान का लेंटर भी डलवा दिया मगर ग्रामीण चुप रहे सोमवार रात्रि में कल्यान सिंह ने मंदिर में मिट्टी डलवा दी एवं मंदिर की कुछ दीवार उखाड़ दी। मंगलवार सुबह जब ग्रामीणों ने मंदिर को घिरा देखा तो आग बबूला हो गये। मंदिर तोड़े जाने एवं कब्जा किये जाने के विरोध की सूचना कंट्रॉल रुम पर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके से आरोपी कल्यान सिंह एवं उनके बेटे को हिरासत में ले लिया। मंगलवार दोपहर को गांव के ही संभ्रांत लोगों द्वारा थाने पर पहुंचे और समझौता कराया।
आरोपितों के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई
थाना प्रभारी गजराज सिंह ने बताया कि ग्राम वासियों के सहयोग से मंदिर फिर से बनेगा एवं आरोपितों के खिलाफ शांति भंग में कार्रवाई की गयी है