ब्यूरो ललित चौधरी
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। यूपी चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कहा है कि उनका उत्तारधिकारी एक दलित ही होगा। मायावती ने कांग्रेस पर भी आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी बीएसपी की छवि खराब करने में जुटी हुई है। एक सवाल के जवाब में मायावती ने कहा कि 'मेरे उत्तराधिकारी के बारे में अभी अनुमान लगाने की जरुरत नहीं है। क्योंकि अभी मैं फिट हूं। जब मैं पार्टी का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं रहूंगी तब मैं खुद इस बात का ऐलान कर दूंगी। मेरा उत्तराधिकारी कोई अन्य दलित ही होगा जो मेरे और पार्टी के द्वारा पूरी ईमानदारी के साथ बनाया जाएगा। पार्टी ने बहुत उतार-चढ़ाव देखे हैं।'
मायावती ने यह भी कहा कि काशीराम ने तब ही अपने उत्तराधिकारी का ऐलान किया था जब वो स्वस्थ नहीं थे। मायावती इस दौरान कांग्रेस पर भी जमकर बरसीं। मायावती ने कहा कि कांग्रेस भीड़ जुटाने के लिए पैसे और खाने का लालच दे रही थी। कांग्रेस पार्टी की तरफ से हाल ही में 24 पन्नों का एक बुकलेट तैयार किया गया है। यह बुकलेट पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच वितरित किया जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए तैयार किये गये इस बुकलेट में इस बात का जिक्र है कि बीएसपी समेत अन्य पार्टियों ने राज्य में कांग्रेस के खिलाफ गलतफहमी पैदा की।
इसपर प्रतिक्रिया देते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि लोगों को खाने और पैसे का लालच दे कर कांग्रेस उन्हें अपनी रैलियों में ले आई, यह कांग्रेस पार्टी की संस्कृति है। मायावती ने आगे यह भी कहा कि इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी ने अब जनाधार खो दिया है। मायावती ने कहा कि जरुरत इस बात की है कि पार्टी अपनी कमियों को इन बुकलेट में उजागर करे और तमाम विपक्षी पार्टियों पर आरोप लगाने के बजाए वो अपने घर को ठीक करे।
मायावती ने आरोप लगाया कि यूपी में कांग्रेस को अपना टिट देने के लिए लोगों की तलाश करनी पड़ रही है। वो उद्योगपतियों से मदद ले रही है ताकि वो उनके प्रत्याशियों के लिए फंड दें जिससे उनका कैंपेन चल सके। मायावती ने कहा कि 'कांग्रेस सत्ता में आने के लिए बेचैन है। लेकिन पार्टी की गलत नीतियां, काम करने की संस्कृति और दो-मुंहापन सबसे बड़ी वजह है जिसके कारण वो सत्ता से आज बाहर है।' कांग्रेस लोगों को लुभाने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रही है लेकिन आज लोग कांग्रेस की चालबाजियों को समझ चुके हैं। वो ऐसे कई सारे बुकलेट जारी कर सकते हैं लेकिन इससे उन्हें कोई मदद नहीं मिलने वाली है।