पुलिस कोर्ट के आदेश को भी गंभीरता से नहीं ले रही है जबकि नामजद खुले घूम रहे है, इसकी शिकायत कई बार एसएसपी से की गई, सुनवाई न होने पर अब डीजीपी से कार्रवाई की मांग की गई है।
रिपो० निखिल शर्मा
हरदुआगंज : कस्बा क्षेत्र के साधू-आश्रम स्थित श्रीसर्वदानंद संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. हरवीर सिंह की हत्याकांड के नामजद एक साल बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। कई बार कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद भी निष्क्रिय रही पुलिस की शिकायत अब डीजीपी से की गई है।
2013 में हुई थी हत्या
बदायूं के दुर्गपुर जरीफ नगर के निवासी हरदुआगंज श्रीसर्वदानंद संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य हरवीर सिंह की 29 नवंबर 2013 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के कुछ माह बाद ही प्राचार्य के भाई भतीजों में संपत्ति को लेकर जंग छिडऩे पर मामला कोर्ट पहुंच गया था, डेढ़ साल की कानूनी लड़ाई के बीच भतीजे छत्रपाल ने अलीगढ़ सीजेएम कोर्ट के समक्ष साक्ष्य प्रस्तुत कर चचेरे रामपाल सिंह, नेत्रपाल, किशनपाल उनके पिता रनवीर सहित हरदुआगंज के गांव भवनगढ़ी निवासी नारायण सिंह, बच्चू सिंह व बरौठा निवासी अभय चौहान को हत्यारा साबित किया था। वहीं पुलिस ने बीते साल सात सितंबर को हत्यारे रामपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था,जो अब जमानत है, वहीं अन्य नामजद नारायण सिंह, बच्चू सिंह व अभय कुमार को एक साल बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी, अधिवक्ता महान प्रताप सिंह ने बताया कि कोर्ट से करीब एक दर्जन बार गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुके हैं, पुलिस कोर्ट के आदेश को भी गंभीरता से नहीं ले रही है जबकि नामजद खुले घूम रहे है, इसकी शिकायत कई बार एसएसपी से की गई, सुनवाई न होने पर अब डीजीपी से कार्रवाई की मांग की गई है।