रिपो० ललित चौधरी
बुलंदशहर। कोरोना वैक्सीन का निर्माण अब जिले के चोला चौकी क्षेत्र स्थित बिबकॉल कंपनी में किया जाएगा। इसके लिए कंपनी प्रबंधन को आदेश मिल चुके हैं। हालांकि अभी तक कंपनी को ऑर्डर नहीं दिया गया है, जिसके चलते वैक्सीन बनाने की शुरुआत नहीं की गई है। बुधवार को डीएम रविंद्र कुमार ने कंपनी का निरीक्षण भी किया।
चोला चौकी क्षेत्र स्थित बिबकॉल कंपनी द्वारा देश में प्रयोग की जाने वाली पोलियो की 60 फीसदी वैक्सीन बिबकॉल (भारत इम्यूनोलॉजिकल एंड बायोलॉजिकल लिमिटेड) द्वारा ही बनाई जाती है। अभी तक बिबकॉल के अलावा देश में केवल दो अन्य कंपनियों को सेंट्रल ड्रग कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन ने कोरोना वैक्सीन बनाने की अनुमति देने के साथ केंद्र सरकार की ओर से 30 करोड़ रुपये का फंड भी जारी किया है। आंकड़ों के मुताबिक कंपनी द्वारा प्रतिवर्ष 150 करोड़ पोलियो की वैक्सीन का निर्माण किया जाता है। अब कंपनी में कोरोना की वैक्सीन बनाए जाने से लोगों को जल्द और आसानी से वैक्सीन का डोज मिल सकेगा। बताते चलें कि बिबकॉल की स्थापना पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का एक ड्रीम प्रोजेक्ट था। जिसके माध्यम से वह देश से पोलियो को खत्म करना चाह रहे थे। इसके लिए कंपनी की स्थापना 1989 में की गई थी।
प्रतिमाह तैयार होगा 10 लाख डोज
वैक्सीन बनाने के लिए कंपनी को सीडीसीओ द्वारा अनुमति जारी कर दी गई है। हालांकि अभी कंपनी में वैक्सीन का निर्माण शुरू नहीं किया गया है, क्योंकि अभी कंपनी को वैक्सीन के लिए ऑर्डर नहीं मिले हैं। माना जा रहा है कि अभी वैक्सीन बनाने के लिए कुछ माह का समय लग सकता है और संभवत: अक्तूबर में निर्माण शुरू हो सकता है।
डीएम ने किया कंपनी का निरीक्षण
बिबकॉल कंपनी को वैक्सीन बनाने की अनुमति मिलने की खबर के बाद बुधवार को डीएम रविंद्र कुमार ने कंपनी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कंपनी के अधिकारियों के साथ वार्ता करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि यह रूटीन निरीक्षण था। वैक्सीन निर्माण संबंधी कोई निर्देश अभी प्रशासन को नहीं मिले हैं।
प्रतिमाह करीब 10 लाख वैक्सीन का डोज बनाया जाएगा। इसके लिए सरकार से अनुमति के साथ ही 30 करोड़ का फंड भी मिला है। वैक्सीन का ऑर्डर मिलने के बाद ही उत्पादन शुरू किया जाएगा।
संदीप कुमार लाल, जनरल मैनेजर/कंपनी सेक्रेटरी, बिबकॉल