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मंगलवार को सोशल मीडिया पर कोविड संक्रमित ऊषा देवी की बेटी से मानवता शर्मसार करने वाला वायरल ऑडियो दीनदयाल अस्पताल का है। स्टाफ ने नौरंगीलाल राजकीय इंटर कॉलेज के शिक्षक राजकुमार सिंह की बेटी से अभद्रता की थी। गौरतलब हो कि राजकुमार सिंह का 25 अप्रैल को कोरोना से निधन हो गया था। मां ऊषा देवी दीनदयाल अस्पताल में भर्ती हैं। स्टाफ ने फोन कर नानी और मम्मी में से एक को बचाने के लिए कहा था। साथ ही देखभाल करने के लिए दो हजार रुपये प्रतिदिन मांगे थे। बुधवार को इस वायरल ऑडियो की पड़ताल की गई तो नौरंगीलाल राजकीय इंटर कॉलेज के सहायक अध्यापक स्व.राजकुमार सिंह की बेटी का पता चला। बेटी आशिका राज सिंह ने बताया कि 25 अप्रैल को पिता की मौत कोरोना से हो गई थी। 29 अप्रैल को मां ऊषा देवी को अतरौली अस्पताल में एडमिट किया गया था। इसके बाद उन्हें दीनदयाल अस्पताल भेज दिया गया था। छोटी बहन पीहू और नानी भी कोरोना संक्रमित हैं, जिन्हें घर में आइसोलेट किया गया है। आशिका ने कहा कि अस्पताल में मरीज भर्ती है तो देखभाल स्टाफ करेगा। तीन अप्रैल की रात साढ़े दस बजे फोन कर मुझ पर अस्पताल आने का दबाव बनाया गया। साथ ही अभद्रता की गई।
सुनें वायरल ऑडियो
आशिका ने बताया कि पिता शिक्षक थे, उनके परिवार के साथ अभद्रता की जा रही है। हमारी कोई सुनने वाला नहीं है। पिता के जाने से परिवार वैसे ही टूट गया है। ऊपर से अस्पताल स्टाफ संवेदनहीन हो गया है। सीएमओ डॉ. भानु प्रताप सिंह कल्याणी ने बताया कि दीनदयाल अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस को जांच सौंप दी है। दोषी कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी।
वायरल ऑडियो में ये कहा गया था
मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो में अस्पताल स्टाफ ने कोरोना संक्रमित महिला ऊषा की बेटी को फोन पर अस्पताल आने के लिए कहा गया। बेटी ने कहा कि नानी कुसुम देवी व छोटी बहन पीहू कोरोना से संक्रमित हैं। अस्पताल कैसे आऊं। इस पर स्टाफ ने कहा कि नानी को बचाना है या मम्मी को। ये तुम देखो, मम्मी चिल्ला रही हैं। लैट्रिन करा जाओ, कपड़े बदल जाओ। नहीं हो सकता तो रुपयों में बड़ी ताकत होती है। दो हजार रुपये प्रतिदिन दो, हम देखभाल कराएंगे।