डेस्क,,
अलीगढ़ : पांच महीने पहले ही दंपती ने अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लेकर सात जन्माें का साथ निभाने का वायदा कर जिंदगी की शुरूआत की थी। न जाने दोनों के बीच ऐसा क्या हुआ कि चार दिन पहले पति ने फंदे पर लटककर खुदकुशी कर ली। स्वजन अंतिम संस्कार कर अभी घर ही वापस आए थे कि इसी बीच पत्नी भी पति के वियोग में अपने कमरे में बंद हो गई। कुछ ही देर में उसने फंदे पर लटककर खुदकुशी का प्रयास कर लिया। स्वजन उसे निजी अस्पताल में ले गए। जहां तीन दिन तक जिंदगी व मौत के संघर्ष में आखिरकार मौत की जीत हो गई और पत्नी भी बुधवार सुबह को जिंदगी को अलविदा कर गई।
ऐसे हुआ विवाद
यह दर्दनांक कहानी गोधा क्षेत्र के गांव पड़का से जुड़ी हुई है। यहां के खेतीबाड़ी कर पिता का हाथ बंटाने वाले अजय सिंह की पांच महीने पूर्व अकराबाद क्षेत्र के ऐदलपुर निवासी राजकुमार सिंह की 20 वर्षीय बेटी रेनू के साथ शादी हुई थी। शनिवार को दंपती के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। गुस्से में आकर अजय ने आत्मघाती कदम उठा लिया और फंदे पर लटककर अपनी जान दे दी। स्वजन को भी पता नहीं चल सका कि आखिर अजय ने यह कदम क्यों उठाया ? इस बीच स्वजन ने बिना पुलिस को कोई खबर दिए ही ग्रामीण व रिश्तेदारों की मौजूदगी में श्मशान में ले जाकर अजय का अंतिम संस्कार करा दिया। अभी स्वजन घर ही पहुंचे ही थे कि अजय की पत्नी रेनू पति के यूं अचानक दुनिया छोड़कर चले जाने से इतनी आहत हुई कि वह महिलाओं के बीच से सिर दर्द होने की बात कहकर अपने कमरे में चली गई। यहां उसने अपने दुपट्टे से फंदे पर लटककर खुदकुशी का प्रयास किया। किसी तरह स्वजन को इसकी जानकारी हुई तो वे उसे फंदे से उतारकर इलाज को निजी अस्पताल में ले गए। तीन दिन तक डाक्टर उसकी जिंदगी बचाने को जद्दोजहद करते रहे। आखिरकार बुधवार सुबह रेनू जिंदगी की जंग हार गई और दुनियां को अलविदा कर गई। गोधा इंस्पेक्टर रामसिया मोर्य ने बताया कि मामला खुदकुशी से जुड़ा हुआ है। दंपती ने क्यों खुदकुशी की? इस बारे में अभी स्वजन चुप्पी साधे हुए हैं। रेनू की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुदकुशी( हैंगिग) से मौत होने की पुष्टि की है