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अलीगढ़ : इगलास के गांव टीकापुर में परिवार के दो पक्षों के बीच हुए खूनी संघर्ष के बाद गांव के लोग घबराए हुए हैं। तलवारबाजी को देखकर ग्रामीण इस कदर सहम गए कि घंटों घरों में दुबके रहे। ग्रामीणों के मुताबिक, घटना के दौरान 50-60 मीटर तक दोनों परिवारों के लोग इधर-उधर भागते दिख रहे थे। चीख पुकार के बीच गांव में अफरा तफरी मची रही।

गांव में पहली बार हुई इतनी बड़ी घटना
गांव टीकापुर कस्बे से सटा हुआ है। गांव में पहली बार इतनी बड़ी घटना हुई है। हालांकि दोनों पक्षों के बीच 10 दिन पहले भी विवाद हुआ था। लेकिन, किसी ने अंदाजा नहीं लगाया था कि बात इतनी बढ़ जाएगी। मंगलवार दोपहर को जैसे ही एक तरफ से तलवार से हमला हुआ तो गांव के लोग सहम गए। घरों में लोग दुबक गए। छतों पर जमावड़ा लग गया। बताया जा रहा है कि जिस युवक के हाथ में तलवार लगी थी, उसके सिर पर खून सवार था। दोनों पक्षों का घर अगल-बगल में हैं। लेकिन, घर से करीब 60 मीटर दूर तक दोनों पक्षों के लोग भिड़ते नजर आए। चीख पुकार के बीच गांव के लोग भी इधर-उधर दौड़ लगाते रहे। कुछ ने हिम्मत करके बीचबचाव करने की भी कोशिश की। लेकिन, नाकाम रहे। घटना के बाद भी गांव के लोगों ने चुप्पी साध ली थी। कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था।

मृतक के घर में कलह की चर्चा
घटना के बाद गांव में एक ही परिवार के लोगों में विवाद होने के कारण कुछ भी कहने से बच रहे हैं। चर्चा है कि मृतक के घर में घरेलू कलह भी चल रही थी। पुष्पेंद्र का स्वजन से भी झगड़ा होता रहता था। घरेलू कलह से परेशान होने के कारण पुष्पेंद्र ने मंगलवार को मामूली विवाद को इतना बढ़ा दिया। हालांकि पुलिस घटना के प्रत्येक पहलू पर जांच कर रही है।

पुष्पेंद्र ने कर रखी थी बीटेक
पुष्पेंद्र छह भाइयों में सबसे बड़ा था। उसने अपने पीछे पत्नी नीतू व एक बेटे को छोड़ा है। पुष्पेंद्र ने इंजीनियरिंग (बीटेक) की पढ़ाई कर रखी थी। इसके बाद कुछ दिन प्राइवेट जाब की थी। इस समय घर पर ही रह रहा था।
कैसे हुई पुष्पेंद्र की मौत? इस खूनी संघर्ष में पुष्पेंद्र की मौत ने कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं। दूसरे पक्ष के तीन लोग घायल हुए हैं। इसमें एक का हाथ भी कट गया। सवाल है कि घायलों ने पुष्पेंद्र को कैसे मार दिया? वहीं पुष्पेंद्र के शरीर पर कोई गंभीर चोट का निशान भी नहीं था।
ये हुआ था खूनी संघर्ष, एक की चली गई जान
इगलास कोतवाली क्षेत्र के गांव टीकापुर में मंगलवार को एक ही परिवार के दो पक्षों में नाली के विवाद को लेकर खूनी संघर्ष हुआ। दोनों ओर से लाठी डंडे चले। आरोप है कि एक युवक ने तलवार से हमला बोलकर रिश्ते के भाई के हाथ का पंजा काटकर अलग कर दिया। बीचबचाव में दो अन्य लोग भी घायल हो गए। आपा खोए युवक को जैसे-तैसे अन्य लोगों ने रोका। पैर बांध दिए। खूब गुत्थम-गुत्थी हुई। इसी बीच संदिग्ध परिस्थिति में उसकी भी मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, युवक के मुंह पर बालू लगी थी। आशंका है कि दम घुटने या कोई अंदरूनी चोट लगने से जान गई। पोस्टमार्टम के बाद वजह स्पष्ट होगी। गांव टीकापुर में चचेरे भाई नेकसेराम व तारा सिंह के घर अगल-बगल में हैं। तारा सिंह के छह बेटे पुष्पेंद्र, हरिओम, दयाशंकर, धर्मपाल, धर्मवीर व सोनू हैं। वहीं नेकसेराम पर चार बेटे प्रदीप उर्फ टूकी, महीपाल, धर्मेंद्र व कपिल हैं। इन दिनों नेकसेराम के दामाद सेक्टर 62 निवासी सुभाष भी गांव में आए हुए हैं। हुआ यूं कि गांव टीकापुर के पास से गुजर रही गंग नहर की कुछ दिन पहले सफाई हुई है। सफाई के दौरान निकली बालू से गांव की नालियां बंद हो गई थीं। नाली की निकासी को लेकर नेकसेराम व तारा सिंह के परिवार के बीच 10 दिन पहले विवाद हुआ था। तब मामला शांत हो गया। इसी रंजिश को लेकर मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे फिर से कहासुनी हुई। आरोप है कि पुष्पेंद्र घर से तलवार निकाल लाया और दूसरे पक्ष के लोगों पर हमला कर दिया। इसमें प्रदीप के दाहिने हाथ का पंजा कट गया। प्रदीप के पिता नेकसे व बहनोई सुभाष भी घायल हो गए। इसी बीच दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चले। पुलिस के मुताबिक, बेकाबू पुष्पेंद्र को उसी के भाइयों ने रोकने की कोशिश की। पुष्पेंद्र के पैर रस्सी से बांधकर दिए। गुत्थम-गुत्थी में पुष्पेंद्र की हालत बिगड़ गई। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। इधर, गंभीर रूप से घायल प्रदीप व नेकसेराम को अलीगढ़ रेफर किया गया है। घटना की सूचना पर सीओ मोहसिन खान, कोतवाल प्रदीप कुमार पुलिस टीम के साथ गांव पहुंचे।
इनका कहना है
नाली की निकासी को लेकर एक ही परिवार के दो पक्षों में विवाद हुआ है। इसमें पुष्पेंद्र पर तलवार से हमला करने का आरोप है। इसमें तीन लोग घायल हो गए। एक के हाथ का पंजा कटा है। वहीं पुष्पेंद्र की भी मौत हो गई। इसकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पुष्पेंद्र के मुंह व नाक पर बालू लगी हुई थी। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
मोहसिन खान, सीओ इगलास