अलीगढ़ शराब कांड का ख़ौफ़नाक सच, जिंदगी बचाने का दावा कर उद्यमी ने बांट दिया जहर


बीते साल से दो बार पकड़े गए बड़े गोरखधंधे से स्थानीय पुलिस अंजान रही, बीते साल की कार्रवाई क्वार्सी पुलिस ने की थी, अब आलाअफसरों को काले कारोबार का इनपुट मिलने पर छापा मारा गया, कयास लगाए जा रहे हैं कि हरदुआगंज पुलिस की मिलीभगत से ही फैक्ट्री चल रही थी।

रिपो० निखिल शर्मा

 कोरोना महामारी के बीच जो लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने को हैंड सेनिटाइजर बांट रहा था उसी फेक्ट्री ने मौत का तांडव मचाने वाली जहरीली शराब बनाने को जहर की सप्लाई कर दी।  सोमवार को इसका भंडाफोड़ होने के बाद हरदुआगंज एक बार फिर चर्चा में आ गया, बीते साल भी तालानगरी में आटा मिल की आड़ में नकली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था, हालांकि पुलिस चौकी के बिल्कुल बगल में जहर बेचे जाने की गतिविधियों से पुलिस दोनों बार अंजान बनी रही।


अलीगढ़ के हरदुआगंज थाना क्षेत्र के दोनों ओर बॉर्डर पार अकराबाद, व जवां में सिलसिलेवार मौतों के बीच अब तक हरदुआगंज क्षेत्र सेफ था, लेकिन फैक्ट्री से स्प्रिट सप्लाई का सिंडीकेट कनेक्शन मिलने पर तालानगरी ताले के कारोबार के साथ जहरीली मौत बांटने में हिस्सेदार बन गई, इस बात की जोरदार चर्चा रही।

दूसरा बड़ा खुलासा

तालानगरी में बीते साल दो मई को सेक्टर एक में आटा मील की आड़ में जहरीली शराब बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था, उस वक्त भी 200 लीटर लेक्टीफाइट गुड ईवनिंग के 7897 पौआ, बड़ी संख्या में क्यूआर कोड,यूरिया, विभिन्न ब्रांडों के साढ़े 10 हजार ढक्कन,बरामद किए थे। तालानगरी हरदुआगंज थाने के अंतर्गत आती है बीते साल से दो बार पकड़े गए बड़े गोरखधंधे से स्थानीय पुलिस अंजान रही, बीते साल की कार्रवाई क्वार्सी पुलिस ने की थी, अब आलाअफसरों को काले कारोबार का इनपुट मिलने पर छापा मारा गया, कयास लगाए जा रहे हैं कि हरदुआगंज पुलिस की मिलीभगत से ही फैक्ट्री चल रही थी।

और नया पुराने
0 पाठक खबर पढ़ रहे

نموذج الاتصال