रिपो० निखिल शर्मा
हरदुआगंज : कस्बा थाना क्षेत्र के गांव नगला गिरधारी में बीते 24 घंटों में तीन घर बदमाशों का निशाना बने, चोर एक घर से 65 हजार नगदी सहित तीन लाख के जेवर और दूसरे घर से बीस हजार नगदी सहित साढ़े 4 लाख रुपये के जेवर ले गए। तीसरे घर में जगार होने पर बदमाश भाग गए चोरी दर चोरी की वारदात से गांव में दहशत व्याप्त है, पहली वारदात पर सुस्त रही पुलिस दूसरी वारदात के बाद चेती। एसपी देहात के आदेश पर मंगलवार को पुलिस डॉग स्क्वायड व फोरेंसिक टीम की मदद से वारदात स्थल से साक्ष्य जुटाकर बदमाशों की सुरागरसी में जुट गई है।
गांव सपेरा-भानपुर के माजरा नगला गिरधारी में पहली वारदात रविवार व सोमवार की रात्रि मुख्तियार सिंह पुत्र चंद्रपाल सिंह के यहां हुई। चोर छत से सीढिय़ों के रास्ते घर में दाखिल हुए और कमरे का ताला तोडक़र अलमारी के लॉकर में रखे तीन लाख के जेवर व 65 हजार नगदी ले गए। घटना की तहरीर सोमवार को थाने में दे दी गई थी, जिसपर पुलिस गंभीर नहीं हुई। इसी बीच सोमवार-मंगलवार रात को पुन: आए चोर पहले मुख्तियार सिंह के पड़ोसी रामवीर सिंह के घर में कूद गए, जहां जगार होने पर भागे चोरों ने गांव के दूसरे छोर पर स्थित महावीर सिंह पुत्र महेंद्र सिंह के घर को निशाना बनाया। महावीर सिंह के घर के पीछे से छत के रास्ते दाखिल हुए चोर साढे 4 लाख रुपये के जेवर व बीस हजार नगदी ले गए। चौंकाने वाली बात ये थी कि दोनों वारदातों को अंजाम देने का तरीका हूबहू रहा। चोरों ने पहले उस कमरे का दरवाजा बाहर से बंद किया जिसमें परिवार सो रहा था, उसके बाद सिर्फ जेवर वाली अलमारी को टारगेट किया,बाकी किसी सामान से छेड़ा तक नहीं। गांव में पहली बार हुई ऐसी सीरियल वारदात से ग्रामीणों में दहशत व भारी आक्रोश व्याप्त है।
एक करवट ले सकती थी जान
रामवीर सिंह के घर विफल होने के बाद चोर तुरंत दूसरे टारगेट लग गए थे। चोरी की दोहरी वारदात को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि चोरों के पास एक से अधिक टारगेट मौजूद थे, गांव में महावीर सिंह का संपन्न परिवार है। वारदात के समय उनके बेटे,नाती सहित परिवार के दस लोग कमरों में सोए थे, चोरों ने पहले दोनों कमरों के दरवाजे बाहर से बंद किए वहीं महावीर सिंह की पत्नी राजवीरी देवी आंगन में सोई थीं। उन्होंने बताया कि सोते हुए अचेत अवस्था महसूस हुई, ऐसा भी लगा कि कोई उनके पास खड़े पहरेदारी कर रहा है। ऐसे में यदि राजवीरी देवी जाग जाती तो बदमाश उनकी जान भी ले सकते थे।
डॉग स्क्वायड ने बनाया 300 मीटर घेरा
चोरी की वारदात पर पहुंची डॉग स्क्वायड ने अलमारी वाले कमरे,आंगन व सीढिय़ों से छत तक और उनके घर व आसपास 300 मीटर घेरा बना दिया। महावीर के घर के पीछे गली पर डॉग स्क्वायड च्यादा सक्रिय रही। छत से पीछे गली में दीवार के सहारे लटककर उतरने के निशान भी साफ दिखे, फोरेंसिक टीम ने अलमारी, लॉकर, कमरे के दरवाजे व जेवरों के खाली बटुओं आदि की बारीकी से जांच कर फिंगर प्रिंट व दूसरे साक्ष्य एकत्रित किए।
तांत्रिक कौन, जिसे थी घटना की पूर्व सूचना
पहली वारदात के शिकार मुख्तियार सिंह के मुताबिक चोरी की घटना की सोमवार को थाने में तहरीर देने के बाद गांव के नवनिर्वाचित प्रधान अवधेश कुमार घटना खुलवाने के लिए उन्हें जवां के किसी पूर्व प्रधान के पास ले गए थे। उनका भरोसा था कि उक्त पूर्व प्रधान तांत्रिक है और ऐसी घटनाओं में चोरों के नाम तक खोल देता है। तांत्रिक से मिलने पर उसने पड़ोसी गांव के साथ नगला गिरधारी के एक अज्ञात पर शक के साथ ये भी घोषणा कर दी कि एक बड़ी वारदात तो इस गांव में अब होंगी। अगली वारदातों की तिथि तक बताई, सवाल ये है कि तांत्रिक है या तांत्रिक बनकर मिला, और उसे बड़ी वारदातें होने की कैसे चली इस बात की गुत्थी सुलझाने में पुलिस जुटी हुई है।
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