रिपो० ललित चौधरी
एक मां ही होती है जो अपने जिगर के टुकड़े के लिए अपनी जान पर भी खेल सकती है। रविवार को एक बार फिर यह कहावत सच साबित हुई, जब गंगापुल के निकट स्नान के दौरान दो मासूम डूबने लगे तो उनकी मां ने अपनी जान की फिक्र किए बिना गंगा में छलांग लगा दी।
बुलंदशहर जिले के थाना शिकारपुर के गांव फरीदपुर हवेली निवासी पंकज शर्मा अपनी पत्नी गीता व तीन बच्चों 12 वर्षीय नितिन, दस वर्षीय हर्ष व दो वर्षीय पुत्री खुशी के साथ बहजोई जिला संभल एक रिश्तेदारी में गए थे। जहां रविवार शाम को वह अपने ई-रिक्शा से गांव लौट रहे थे।
अनूपशहर गंगापुल पर पहुंचने पर बच्चों ने गंगा स्नान की इच्छा जाहिर की। इस पर पंकज ई-रिक्शा लेकर पुल के नीचे पहुंच गए। पंकज नहाने के लिए कपड़े निकालने लगा। इसी दौरान गंगा में नहाने की जल्दबाजी में पुत्र हर्ष ने गंगा में छलांग लगा दी।
लोगों ने एक मासूम को तो बचा लिया, लेकिन मां और एक पुत्र का कुछ पता नहीं लग सका है। जिनकी तलाश में गोताखोर और फ्लड प्लाटून रेस्क्यू अभियान चला रही है।