अलीगढ़: भाजपा में टिकट के लिए अभी और इंतजार करना होगा। संभावना जताई जा रही है कि जिला पंचायत सदस्यों का टिकट 12 अप्रैल के बाद ही घोषित होगी। क्योंकि अभी पार्टी तीसरे चरण की तैयारी में पूरा ध्यान लगाए हुए है। संगठन के पदाधिकारी उसमें व्यस्त हैं। इसलिए एक-दो दिन में टिकट की घोषणा होते नहीं दिख रही है। उधर, पार्टी में टिकट को लेकर गुटबाजी बढ़ती जा रही है।
पंचायत चुनाव में दिखाया दमखम
अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर अंत समय में खींचतान जबरदस्त होने की संभावना है। फिलहाल, ऐसी ही स्थिति रही तो कार्यकर्ता एक बार फिर हासिए पर नजर आएंगे। शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से चुनाव तैयारी के बारे में जानकारी ली। भाजपा ने पहली बार पंचायत चुनाव में दमदारी से ताल ठोका है। इसिलए प्रदेश नेतृत्व ने पूरी कमान संभाल रखी है। क्षेत्रीय कार्यालय, आगरा तीन-तीन नाम भेज दिए गए हैं, मगर प्रदेश नेतृत्व का निर्देश न मिलने से प्रत्याशी के नामों का चयन नहीं किया जा रहा है। पहले 10 अप्रैल तक टिकट के घोषित होने की चर्चा थी। मगर, जिस प्रकार से प्रदेश के पदाधिकारियों की चुनाव में व्यस्तता है, उसको देखते हुए साफ हो गया है कि टिकट 12 अप्रैल के बाद ही घोषित होंगे। चूंकि अलीगढ़ में चुनाव चौथे चरण में है। नामांकन भी 17 अप्रैल से शुरू होंगे, इसलिए पार्टी भी बहुत जल्दबाजी नहीं मचा रही है। उधर, जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर पार्टी में जबरदस्त खींचतान चल रही है। जिले से भले ही तीन-तीन नाम आगरा भेज दिए गए हों, मगर उसमें भी कौन भरोसेमंद रहेगा यह कहना मुमकिन है।
कार्यकर्ताओं को दी जाए तरजीह
भाजपा में टिकट को लेकर मची खींचतान के बीच पार्टी के वरिष्ठ और कर्मठ कार्यकर्ता एकजुट हो गए हैं। उन्होंने अभी से खींचतान पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि पार्टी में जो जमीन से जुड़कर कार्य करे और संगठन के प्रति समर्पित रहे पार्टी को उन्हें ही आगे बढ़ाना चाहिए। यदि कर्मठ और ईमानदार कार्यकर्ता को पार्टी मौका नहीं देगी तो वह हताश होंगे। ऐसे में जिला पंचायत सदस्य के लिए जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को टिकट देने की मांग उठने लगी है। उनका कहना है कि आगे विधानसभा चुनाव है, यदि कार्यकर्ता पंचायत चुनाव में नाराज हुआ तो उसका प्रभाव पड़ेगा।
सबसे पहले नामों का चयन करके अलीगढ़ से भेजा गया है। पार्टी गंभीरता से उन नामों पर विचार कर रही है। संभावना है कि 11 अप्रैल को प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। पार्टी कर्मठ और सक्रिय कार्यकर्ता को तरजीह देगी।
चौधरी ऋषिपाल सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा
समन्वय बनाकर प्रत्याशी उतार रही सपा
अलीगढ़ : पंचायत चुनाव से विधानसभा की राह तलाश रही सपा समन्वय बनाकर प्रत्याशी उतार रही है। कहीं खुशी तो कहीं गम है। मौका न दिए जाने पर कुछ कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर अन्य दलों में पहुंच गए हैं। सभी को साधे रखना वरिष्ठ नेताओं के बस से बाहर हो रहा है। अब तक 26 वार्डों में प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं। पार्टी हाईकमान से मिले निर्देश के बाद समन्वय बनाकर स्थानीय स्तर पर प्रत्याशियों की घोषणा की जा रही है। 26 सीटों पर छह सदस्यीय चयन समिति ने प्रत्याशी घोषित किए हैं। बाकी बचीं सीटों पर समन्वय बनाया जा रहा है। यदि समन्वय हुआ तो प्रत्याशियों की सूची जारी होगी अन्यथा सभी दावेदारों को चुनाव लडऩे का मौका दिया जाएगा। वहीं, पार्टी के वरिष्ठ नेता परिवार व नजदीकियों को चुनाव में उतार रहे हैं। पार्टी के विशेष आमंत्रित सदस्य संजय यादव ने वार्ड 43 से अपनी पत्नी अर्चना यादव को चुनाव में उतारा है। मोहम्मद सगीर ने भी परिवार से दो आवेदन किए थे। हालांकि, बाद में फैसला बदल लिया। जिलाध्यक्ष गिरीश यादव ने कहा कि पार्टी ने पूरे दमखम से चुनाव लडऩे की रणनीति बनाई है। इसीलए प्रत्याशियों का चयन भी काफी सूझबूझ के साथ किया जा रहा है। इसके लिए ब्लाक स्तर पर कमेटियां गठित हुई हैं। कमेटियों के सुझाए नामों पर जिला स्तर पर गठित चयन समिति मंथन करती हैं, तब फाइनल सूची जारी होती है। पंचायत चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीट सपा निकालेगी। इसके बाद विधान सभा चुनाव की तैयारी में सभी कार्यकर्ता जुट जाएंगे।